Rumored Buzz on Shodashi
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Shodashi’s mantra encourages self-willpower and mindfulness. By chanting this mantra, devotees cultivate bigger Regulate about their ideas and actions, leading to a far more aware and purposeful approach to daily life. This gain supports private development and self-self-discipline.
Goddess Tripura Sundari Devi, also called Shodashi or Lalita, is depicted using a wealthy iconography that symbolizes her different characteristics and powers. Her divine variety is usually portrayed as a wonderful young woman, embodying the supreme magnificence and grace of the universe.
॥ इति त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः सम्पूर्णं ॥
Quite possibly the most revered among these could be the 'Shodashi Mantra', which can be reported to grant equally worldly pleasures and spiritual liberation.
The observe of Shodashi Sadhana is actually a journey toward both satisfaction and moksha, reflecting the twin mother nature of her blessings.
She is definitely the a person getting Extraordinary natural beauty and possessing electricity of delighting the senses. Interesting intellectual and emotional admiration during the three worlds of Akash, Patal and Dharti.
यह शक्ति वास्तव में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त get more info करता है।
लक्ष्या मूलत्रिकोणे गुरुवरकरुणालेशतः कामपीठे
कामाकर्षिणी कादिभिः स्वर-दले गुप्ताभिधाभिः सदा ।
वृत्तत्रयं च धरणी सदनत्रयं च श्री चक्रमेत दुदितं पर देवताया: ।।
The noose represents attachment, the goad represents repulsion, the sugarcane bow represents the mind and the arrows would be the five sense objects.
Ignoring all warning, she went for the ceremony and located her father experienced started out the ceremony without her.
इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।
The person who does this Sadhana gets like Cupid (Shodashi Mahavidya). He is converted into a wealthy, common among the Women of all ages and blessed with son. He receives the quality of hypnotism and achieves the self electrical power.